Breaking News
भूस्खलन की चपेट में आने से मां बेटी की मलबे में दबने से हुई मौत
भूस्खलन की चपेट में आने से मां बेटी की मलबे में दबने से हुई मौत
कई बार पोछा लगाने पर भी नहीं साफ हो रहे दाग, तो अपनाएं ये टिप्स, हीरे जैसी चमकेगी टाइल्स
कई बार पोछा लगाने पर भी नहीं साफ हो रहे दाग, तो अपनाएं ये टिप्स, हीरे जैसी चमकेगी टाइल्स
आईटीबीपी इंस्पेक्टर चंद्र मोहन सिंह भारत-चीन सीमा पर हुए शहीद
आईटीबीपी इंस्पेक्टर चंद्र मोहन सिंह भारत-चीन सीमा पर हुए शहीद
सुरक्षाबलों ने घुसपैठ की कोशिश को किया नाकाम, एक आतंकी ढेर
सुरक्षाबलों ने घुसपैठ की कोशिश को किया नाकाम, एक आतंकी ढेर
प्रदेशभर में भारी बारिश से जन- जीवन हुआ अस्त- व्यस्त, कहीं बहे पुल, तो कहीं घरों में घुसा पानी 
प्रदेशभर में भारी बारिश से जन- जीवन हुआ अस्त- व्यस्त, कहीं बहे पुल, तो कहीं घरों में घुसा पानी 
कांवड़- आस्‍था का बदलता चलन
कांवड़- आस्‍था का बदलता चलन
लद्दाख पहुंचे पीएम मोदी, कारगिल वॉर मेमोरियल पर शहीदों को दी श्रद्धांजलि
लद्दाख पहुंचे पीएम मोदी, कारगिल वॉर मेमोरियल पर शहीदों को दी श्रद्धांजलि
जलाशयों की रॉयल्टी फ्री डिसिल्टिंग की बनेगी नीति
जलाशयों की रॉयल्टी फ्री डिसिल्टिंग की बनेगी नीति
कारगिल विजय दिवस – सीएम धामी ने शहीद परिवारों के हित में की चार घोषणाएं
कारगिल विजय दिवस – सीएम धामी ने शहीद परिवारों के हित में की चार घोषणाएं

केजरीवाल की कहानियों का अंत नहीं

केजरीवाल की कहानियों का अंत नहीं

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के ड्रामे और उनकी कहानियों का अंत ही नहीं हो रहा है। उनकी सरकार ने एक बार फिर विधानसभा में विश्वास मत पेश कर दिया। किसी ने उनके बहुमत पर अविश्वास नहीं जाहिर किया था और न कहीं से उनकी सरकार को खतरा दिख रहा था। 70 सदस्यों की राज्य विधानसभा में केजरीवाल की पार्टी के 62 विधायक हैं। उन्हें तीन चौथाई से भी ज्यादा बहुमत है। फिर भी यह तीसरा मौका है, जब उन्होंने विश्वास मत हासिल करने का ड्रामा रचा है। पहले भी उन्होंने आरोप लगाया था कि उनके विधायकों को 20 करोड़ रुपए देने की भाजपा ने पेशकश की है। इस आरोप के बाद उन्होंने विश्वास मत पेश कर दिया।

अब फिर आरोप लगाया है कि सात विधायकों को 25-25 करोड़ रुपए की पेशकश भाजपा ने की है और सरकार गिराना चाहती है। हालांकि सात या 17 विधायकों के टूटने से भी केजरीवाल की सरकार पर खतरा नहीं है। दूसरे, दिल्ली पुलिस उनसे पूछ रही है कि वे मीडिया में बयान देने के बाद औपचारिक शिकायत दर्ज कराएं। किसी व्यक्ति का नाम लें, जिसने पैसे की पेशकश की या कोई फोन नंबर ही बताएं कि इस नंबर से फोन करके पेशकश की गई थी। लेकिन उनकी पार्टी ने न कोई सबूत पेश किया है और न औपचारिक शिकायत दर्ज कराई है। लेकिन विधानसभा के सत्र में बजट टाल दिया और विश्वास मत पेश कर दिया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top