Breaking News
केदारनाथ धाम में 118.93 करोड़ की लागत से बनेगा विद्युत सब स्टेशन
केदारनाथ धाम में 118.93 करोड़ की लागत से बनेगा विद्युत सब स्टेशन
आईपीएल 2025- कोलकाता नाइट राइडर्स और राजस्थान रॉयल्स के बीच मुकाबला आज 
आईपीएल 2025- कोलकाता नाइट राइडर्स और राजस्थान रॉयल्स के बीच मुकाबला आज 
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने विभिन्न प्रस्तावों पर लगाई मुहर
मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने विभिन्न प्रस्तावों पर लगाई मुहर
आर माधवन की आगामी फिल्म ‘टेस्ट’ का ट्रेलर हुआ रिलीज, 4 अप्रैल को नेटफ्लिक्स पर प्रीमियर होगी फिल्म
आर माधवन की आगामी फिल्म ‘टेस्ट’ का ट्रेलर हुआ रिलीज, 4 अप्रैल को नेटफ्लिक्स पर प्रीमियर होगी फिल्म
प्रदेश के सात जिलों में जल्द होगा महिला छात्रावास का निर्माण
प्रदेश के सात जिलों में जल्द होगा महिला छात्रावास का निर्माण
दक्षिण कोरिया में आग से 16 लोगों की हुई मौत, आग बुझाने में लगे 9,000 अग्निशामक
दक्षिण कोरिया में आग से 16 लोगों की हुई मौत, आग बुझाने में लगे 9,000 अग्निशामक
चारधाम यात्रा पर आने वाले चालकों-परिचालकों के लिए बनेगा विश्राम स्थल
चारधाम यात्रा पर आने वाले चालकों-परिचालकों के लिए बनेगा विश्राम स्थल
क्या आप भी कब्ज और पाचन संबंधी समस्याओं से हैं परेशान, तो इन योगासनों का करें अभ्यास, कुछ ही दिनों में मिलेगी राहत
क्या आप भी कब्ज और पाचन संबंधी समस्याओं से हैं परेशान, तो इन योगासनों का करें अभ्यास, कुछ ही दिनों में मिलेगी राहत
मैदान से लेकर पहाड़ तक परेशान करेगी गर्मी, प्रदेश भर में चढ़ेगा पारा
मैदान से लेकर पहाड़ तक परेशान करेगी गर्मी, प्रदेश भर में चढ़ेगा पारा

राहुल क्या वायनाड से लड़ेंगे?

राहुल क्या वायनाड से लड़ेंगे?

कांग्रेस नेता राहुल गांधी के लिए लोकसभा सीट का चुनाव मुश्किल काम होता जा रहा है। वे पिछली बार दो सीटों से लड़े थे, जिसमें अमेठी से हार गए थे और केरल की वायनाड सीट से जीते थे। इस बार भी वे वायनाड सीट से नामांकन करेंगे तो घर बैठे चुनाव जीतेंगे। लेकिन उनके सामने एक नैतिक बाधा खड़ी हो गई है। सीपीआई के महासचिव डी राजा की पत्नी ऐनी राजा को सीपीआई ने उस सीट से उम्मीदवार बना दिया है। राजा के साथ राहुल के बहुत अच्छे संबंध हैं। अगर वहां दोनों आमने सामने होते हैं तो उसका असर देश के दूसरे हिस्सों में भी देखने को मिलेगा। सीपीआई के नेताओं ने कांग्रेस के ऊपर दबाव बनाना भी शुरू कर दिया है कि राहुल को वायनाड से नहीं लडऩा चाहिए।

राहुल के साथ दूसरी मुश्किल यह है कि उत्तर प्रदेश में परिवार की पारंपरिक सीटों- अमेठी और रायबरेली में लड़ाई लगातार मुश्किल होती जा रही है। पिछली बार वे अमेठी से हारे थे और सोनिया गांधी रायबरेली से जीत गई थीं। लेकिन इस बार सोनिया गांधी को चुनाव नहीं लडऩा है। कहा जा रहा है कि प्रियंका गांधी वाड्रा रायबरेली से लड़ सकती हैं।

लेकिन दूसरी ओर भाजपा ने इन दोनों सीटों को लेकर बड़ी तैयारी की है। इन दोनों लोकसभा सीटों के तहत आने वाली विधानसभा सीटों से जीते समाजवादी पार्टी के विधायकों को भाजपा ने तोड़ दिया है। अमेठी की अदिति सिंह पहले ही भाजपा में चली गईं थीं और अब ऊंचाहार के मनोज पांडेय भी भाजपा में जा रहे हैं। आसपास के सभी ठाकुर और ब्राह्मण विधायक भाजपा के साथ हो गए हैं। इसलिए दोनों में से कोई लोकसभा सीट सुरक्षित नहीं है। तभी राहुल के लिए वायनाड छोडऩा बहुत आसान नहीं होगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top