Friday, September 22, 2023
Home ब्लॉग एक साथ चुनाव की मंशा कब थी?

एक साथ चुनाव की मंशा कब थी?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक देश, एक चुनाव की बात करीब 10 साल से कह रहे हैं और चुनाव आयोग करीब 40 साल से कह रहा है। लेकिन पूरे देश में एक साथ चुनाव कराने की वास्तविक मंशा कभी नहीं दिखी। अगर प्रधानमंत्री मोदी या चुनाव आयोग की वास्तविक मंशा होती तो अब तक कुछ सार्थक पहल हुई होती। पिछले करीब 10 साल में हर साल चुनाव होते रहे और कभी यह सोचा गया कि कुछ राज्यों के चुनाव आगे पीछे करके उनको क्लब किया जाए और पूरे देश में एक बार में या ज्यादा से ज्यादा दो बार में चुनाव कराए जाए। अगर ऐसा सोचा गया होता तो अब तक इस लक्ष्य को हासिल कर लिया गया होता। लेकिन अभी तक इस आइडिया का इस्तेमाल सनसनी बनाने के लिए ही किया गया है।

सबसे पहले तो यह समझना चाहिए कि पूरे देश में एक साथ चुनाव कराया जा सकता है लेकिन यह सुनिश्चित करना बहुत मुश्किल है कि हर लोकसभा और हर विधानसभा अपना कार्यकाल पूरा करे। इसलिए किसी मुकाम पर गाड़ी पटरी से उतर सकती है, जैसे 1967 के बाद उतर गई थी। इसलिए ज्यादा व्यावहारिक यह है कि राज्यों के चुनाव को क्लब करके दो बार में कराया जाए। पांच साल में दो बार चुनाव कराए जा सकते हैं, जैसे अमेरिका में मिड टर्म के चुनाव होते हैं। अगर केंद्र सरकार और चुनाव आयोग चाहते तो कई साल पहले ऐसा हो चुका होता। लेकिन पिछले 10 साल में हर साल दो-दो, चार-चार महीने के अंतराल पर चुनाव होते रहे।

मिसाल के तौर पर इस साल के शुरू में त्रिपुरा, मेघालय और नगालैंड में चुनाव हुए। फिर मई में कर्नाटक के चुनाव हुए और नवंबर में राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, तेलंगाना और मिजोरम के चुनाव होने वाले हैं। अगले साल लोकसभा के साथ ओडिशा, आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम में चुनाव हैं और साल के अंत में तीन अलग अलग महीनों में महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड के चुनाव हैं। अगर केंद्र सरकार और चुनाव आयोग एक साथ चुनाव पर सीरियस होते तो थोड़ा आगे-पीछे करके इन 16 राज्यों के चुनाव और लोकसभा के चुनाव एक साथ कराए जा सकते थे।

इसी तरह लोकसभा चुनाव के अगले साल यानी 2025 में जनवरी में दिल्ली में और नवंबर में बिहार में विधानसभा चुनाव होंगे। उसके अगले साल 2026 में तमिलनाडु, केरल, पश्चिम बंगाल, असम में चुनाव हैं। उसके अगले साल यानी 2027 में उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पंजाब, मणिपुर, गोवा आदि राज्यों में चुनाव हैं। अगर केंद्र सरकार और चुनाव आयोग गंभीरता से विचार करे तो इन इन तीन सालों में होने वाले चुनावों को क्लब करके एक साथ 2026 में चुनाव कराया जा सकता है। इस तरह एक चक्र बन जाएगा कि लोकसभा के साथ 16 राज्यों के चुनाव और उसके दो साल बाद बाकी राज्यों के चुनाव एक साथ हो जाएं। यह व्यावहारिक भी है लेकिन होगा तब जब मंशा सही होगी।

RELATED ARTICLES

जांच की जरूरत है

खबर है कि अवैध तरीके से पोलैंड के रास्ते अमेरिका और यूरोप के दूसरे देशों तक जाने वालों में भारत के लोग भी शामिल...

आयुष्मान भारत से आयुष्मान भव:

डॉ. मनसुख मांडविया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने 2018 में आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की थी। इस योजना की शुरुआत राष्ट्रीय...

कांग्रेस ने आरक्षण का दांव चला

कांग्रेस पार्टी ने हैदराबाद की कार्य समिति की बैठक में आरक्षण का दांव चला है। सोनिया गांधी ने महिला आरक्षण लागू करने की मांग...

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

जांच की जरूरत है

खबर है कि अवैध तरीके से पोलैंड के रास्ते अमेरिका और यूरोप के दूसरे देशों तक जाने वालों में भारत के लोग भी शामिल...

महिला किसान/महिला दैनिक मजदूरो के पलायन से संबंधित संगोष्ठी कार्यक्रम में मंत्री गणेश जोशी ने किया प्रतिभाग

कोदा झिंगोरा उगाएंगे, उत्तराखंड को आत्म निर्भर बनाएंगे- गणेश जोशी रुद्रपुर/पंतनगर। प्रदेश के कृषि एवं ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी ने गुरुवार को रतन सिंह...

अनुपमा की बहू किंजल रियल लाइफ में है बेहद बोल्ड, रेड गाउन पहन कराया ग्लैमरस फोटोशूट

टीवी के सबसे पसंदीदा शो अनुपमा में बड़ी बहू का किरदार निभाने वाली किंजल यानी निधि शाह ना सिर्फ अपनी एक्टिंग बल्कि अपने बोल्ड...

अतिक्रमण कर बनाये गए धार्मिक स्थलों को हटाने के लिये कोई पृथक शासनादेश नहीं

उत्तराखंड की सरकारी सम्पत्तियों को अतिक्रमण मुक्त कराने व रखने के लिये विस्तृत नीति लागू शासनादेश सं0 124569 के अनुसार अतिक्रमण के लिये होंगे प्रभारी...

संसद का विशेष सत्र- सोनिया गांधी ने दिया ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम 2023 को समर्थन

बोलीं- ये राजीव जी का सपना था नई दिल्ली। संसद के विशेष सत्र में तीसरे दिन महिला आरक्षण बिल यानी नारी शक्ति वंदन अधिनियम 2023 पर...

बीड़ी बनी हत्या की वजह, चाकू से किया ताबड़तोड़ वार, चार नाबालिग गिरफ्तार

नई दिल्ली। बीड़ी होने से मना करने पर 18 साल के लड़के पर चाकू से ताबड़तोड़ वार कर दिए। गंभीर हालत में अरुण (18) को...

लोहा फैक्टरी में धमाका होने से गंभीर रूप से झुलसे 15 श्रमिक

रुड़की। नारसन क्षेत्र के मुंडियाकी स्थित लोहा फैक्टरी में धमाका होने से 15 श्रमिक गंभीर घायल रूप से झुलस गए। श्रमिकों को उत्तर प्रदेश के...

बच्चों के लिए ही नहीं महिलाओं के लिए भी बहुत जरूरी है दूध, रोजाना पीने से मिलते हैं ये 5 फायदे

दूध पोषक तत्वों का भंडार है, इसके पीने से सेहत को कई तरह से लाभ मिलते हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स बताते हैं कि दूध बच्चों...

नीट पीजी तृतीय चरण की काउंसलिंग के पंजीकरण का बढ़ा समय, अब इस तारीख तक कर सकेंगे दाखिले

देहरादून। प्रदेश में एमडी, एमएस, एमडीएस की सीटों पर दाखिले की नीट पीजी तृतीय चरण की काउंसलिंग के पंजीकरण का समय चार दिन बढ़ गया...

भारतीय तेज गेंदबाज सिराज का मियां मैजिक, आईसीसी रैंकिंग में दुनिया में नंबर 1 पर हुए काबिज

नई दिल्ली। एशिया कप फाइनल में श्रीलंका की पारी को नेस्तनाबूद करने में अहम भूमिका निभाने वाले मोहम्मद सिराज एक बार फिर से दुनिया के...