सुनीता चौहान की दो पुस्तकों ‘पहाड़ के उस पार’ एवं ‘बरखा रानी’ का लोकार्पण एक साहित्यिक कार्यक्रम में हुआ।
ट्रांजिट हास्टल रेसकोर्स में आयोजित इस लोकार्पण समारोह के अध्यक्ष पदमश्री लीलाधर जगूड़ी ने कहा कि सुनीता चौहान जौनसार ही नहीं बल्कि उत्तराखण्ड की एक प्रतिभासंपन्न साहित्यकार हैं, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि विधायक मुन्ना सिंह चौहान ने कहा कि हमें गर्व है कि सुनीता हमारे क्षेत्र से आती हैं, विद्यालयी शिक्षा निदेशक
सीमा जौनसारी ने कहा कि इनकी इन पुस्तकों के प्रकाशन से पहले भी तीन पुस्तकें प्रकाशित हैं।
पुस्तकों की समीक्षा करते हुए डा० नन्दकिशोर हटवाल ने कहा कि ‘पहाड़ के उस पार’ उपन्यास में पहाड़ी लड़की की दास्तां है जिसने जीवन से मिली विसंगतियां को अपनी, हिम्मत, जिजीविषा से बदलाव की वह राह बनाई जो समाज को जोड़ती हुई जिन्दगी के सभी पहलुओं को समेटे नये आयाम रचती है। ‘बरखा रानी’ एक बाल कहानी संग्रह है जिसमें बच्चों की मुस्कुराहट के लिए उनकी राह से कंटीली झाड़ियां साफ करती और उनकी जिन्दगी में फूलो की क्यारियाँ उगाती, जीवन केवल किताबों में ही नही बल्कि जंगल, नदियों, पहाड़ों, गुफाओं में भी छिपा है।
कार्यक्रम में मायासिंह, मनमोहन, उर्मिला, विमला, संगीता, कविता, कलमसिंह उपस्थित रहे। संचालन बीना बेंजवाल ने किया।