Wednesday, March 22, 2023
Home बिज़नेस बदल गया नियम! यूपीआई से पैसे ट्रांसफर करना हो सकता है महंगा,...

बदल गया नियम! यूपीआई से पैसे ट्रांसफर करना हो सकता है महंगा, डेबिट कार्ड ट्रांजेक्शन भी नहीं रहेगा फ्री

नई दिल्ली। भारत का अपना डिजिटल पेमेंट सिस्टम यूपीआई लॉन्च होने के बाद से ही बड़ा हिट साबित हुआ है। इसकी एक बड़ी वजह चुटकियों में पेमेंट सेटल हो जाना और इसके लिए कोई चार्ज नहीं लगना है। हालांकि आने वाले समय में स्थितियों में बदलाव देखने का मिल सकता है और लोगों को यूपीआई से पेमेंट करने के बदले चार्ज देना पड़ सकता है। रिजर्व बैंक ने इसे लेकर ‘डिस्कशन पेपर ऑन चार्जेज इन पेमेंट सिस्टम जारी किया है और इसपर लोगों से टिप्पणियां मंगाई है।

दरअसल रिजर्व बैंक पेमेंट सिस्टम्स के डेवलपमेंट और पेमेंट के सेटलमेंट के लिए तैयार की गई बुनियादी संरचना की लागत को वसूल करने के विकल्प तलाश रहा है। पेपर में कहा गया है कि यूपीआई भी आईएमपीएस की तरह एक फंड ट्रांसफर सिस्टम है। इस कारण यह तर्क दिया जा सकता है कि यूपीआई के लिए भी आईएमपीएस की तरह फंड ट्रांसफर ट्रांजेक्शन पर चार्जेज लगने चाहिए। रिजर्व बैंक ने कहा है कि अलग-अलग अमाउंट के हिसाब से अलग-अलग चार्जेज निर्धारित किए जा सकते हैं।

पेपर के अनुसार, यूपीआई एक फंड ट्रांसफर सिस्टम के रूप में पैसों का रिसल टाइम ट्रांसफर सुनिश्चित करता है। वहीं यह एक मर्चेंट पेमेंट सिस्टम के रूप में भी रियल टाइम सेटलमेंट सुनिश्चित करता है। इस सेटलमेंट को सुनिश्चित करने के लिए पीएसओ और बैंकों को पर्याप्त बुनियादी संरचना तैयार करने की जरूरत होती है, ताकि बिना किसी रिस्क के लेन-देन पूरा हो सके। इसके कारण सिस्टम पर अतिरिक्त खर्च आता है। आरबीआई ने आगे कहा है, ‘पेमेंट सिस्टम्स समेत किसी भी इकोनॉमिक एक्टिविटी में फ्री सर्विस के लिए किसी तर्क की कोई जगह नहीं है, बशर्ते वह लोगों की भलाई और देश के कल्याण के लिए नहीं हो। लेकिन सवाल यह उठता है कि इस तरह की बुनियादी संरचना को तैयार करने और उसका परिचालन करने में आने वाले भारी-भरकम खर्च का वहन कौन करेगा।’

रिजर्व बैंक ने यूपीआई के साथ ही डेबिट कार्ड से लेन-देन, आरटीजीएस , एनईएफटी आदि के लिए चार्जेज को लेकर भी लोगों से टिप्पणियां मांगी है। पेपर में कहा गया है कि अगर रिजर्व बैंक डेबिट कार्ड पेमेंट सिस्टम , आरटीजीएस पेमेंट और एनईएफटी पेमेंट के लिए चार्जेज वसूल करे तो यह अतार्किक नहीं होगा, क्योंकि इनके लिए बुनियादी संरचना तैयार करने में बड़ा निवेश किया गया है। इसे ऐसे नहीं देखा जाना चाहिए कि रिजर्व बैंक पैसे कमाने के विकल्प तलाश कर रहा है, बल्कि यह सिस्टम के डेवलपमेंट और ऑपरेशन के खर्च को वापस पाने का प्रयास है।

सेंट्रल बैंक ने कहा है कि आरटीजीएस के मामले में भी बड़ा निवेश किया गया है और इसे ऑपरेट करने में भी खर्च होता है। ऐसे में अगर रिजर्व बैंक ने आरटीजीएस पेमेंट पर चार्जेज लगाया है तो इसे कमाई करने का तरीका नहीं समझा जाना चाहिए। आरटीजीएस का इस्तेमाल बड़ी वैल्यू के ट्रांजेक्शंस में किया जाता है और आम तौर पर बैंक व बड़े वित्तीय संस्थान इसका इस्तेमाल करते हैं। क्या इस तरह के सिस्टम में, जिसमें बड़े संस्थान मेंबर हों, रिजर्व बैंक को फ्री में सर्विस प्रोवाइड करना चाहिए? इसी तरह एनईएफटी को लेकर पेपर में कहा गया है कि भले ही ऐसे ट्रांजेक्शंस को लोगों की भलाई वाली कैटेगरी में रखा जा सकता है और इसने पेमेंट को डिजिटल बनाने में मदद की है, लेकिन क्या शुरुआत के कुछ समय बाद भी ऐसे पेमेंट पर कोई चार्ज वसूल नहीं किया जाना चाहिए?

RELATED ARTICLES

सहारा के निवेशकों की भरने वाली है जेब, सरकार ने उठाया अहम कदम

नई दिल्ली। सहारा ग्रुप के निवेशक ध्यान दें। अगर उनका पैसा फंसा है तो उन्हें यह पैसा वापस मिल सकता है। यह संभव हो सकता...

गौतम अडानी को राहत, बीएसई-एनएसई ने ग्रुप की 3 कंपनियों को निगरानी से हटाया

नई दिल्ली। मुश्किलों में घिरे गौतम अडानी को बीएसई-एनएसई की तरफ से बड़ी राहत मिली है। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज के एक...

ऐतिहासिक पहाड़ी मार्गो पर चलेगी 35 हाइड्रोजन ट्रेन

नई दिल्ली। रेल मंत्रालय बजट 2023-24 में 2800 करोड़ रुपए की लागत से विभिन्न विरासत व पहाड़ी मार्गो के लिए 35 हाइड्रोजन फ्यूल सेल आधारित...

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

नवरात्रि के अवसर पर प्रदेश की 824 बहनों को मिली स्वास्थ्य कार्यकर्ता के रूप में नियुक्ति

मुख्यमंत्री ने मुख्य सेवक सदन में प्रदान किये 187 नियुक्ति पत्र । स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की नियुक्ति से सुदूर गांवों तक पहुंचेगी बेहतर स्वास्थ्य सुविधा। देहरादून। नवसंवत्सर और...

राशन विक्रेताओं के लाभांश भुगतान के लिए 35 करोड़ के सापेक्ष 9 करोड़ 35 लाख की धनराशि हुई अवमुक्त

धामी सरकार का वादा, बातें कम काम ज्यादा-रेखा आर्या देहरादून। 01 जनवरी 2023 से भारत सरकार द्वारा NFSA के अन्तर्गत अंत्योदय और प्राथमिक परिवार योजना का...

चैत्र नवरात्रि के पहले दिन तय हुई गंगोत्री धाम के कपाट खुलने की तिथि, जानिए किस दिन खुलेंगे धाम के कपाट

देहरादून। चैत्र नवरात्रि के पहले दिन गंगोत्री धाम के कपाट खुलने की तिथि तय हुई। श्रद्धालुओं के लिए 22 अप्रैल को गंगोत्री धाम के कपाट...

सलमान खान के रोमांटिक सॉन्ग “जी रहे थे हम” का टीजर रिलीज, पूजा हेगड़े संग दिखी जबरदस्त कैमिस्ट्री

मैं हूं हीरो तेरा के बाद बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान ने किसी का भाई किसी की जान से अमाल मलिक की जी रहे थे...

यदि आप भी पतंजलि हरिद्वार में उपचार करवाने के लिए ऑनलाइन बुकिंग करवा रहे हैं तो जरुर जान ले यह सही नंबर, नहीं तो...

हरिद्वार। यदि आप भी पतंजलि हरिद्वार में उपचार करवाने के लिए ऑनलाइन बुकिंग करवा रहे हैं तो अधिकृत वेबसाइट और सही नंबरों की जानकारी जरूर...

गर्मियों में अपनी त्वचा का इस तरह से रखें ध्यान, चेहरे पर आएगी चमक

चिलचिलाती गर्मी त्वचा को प्रभावित कर सकती है। इससे टैनिंग, ड्राई पैच, ओवरएक्टिव सिबेसियस ग्लैंड्स, सनबर्न, पिगमेंटेशन, ब्लेमिश और मुंहासें जैसी समस्याएं हो सकती...

खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी

चंडीगढ़।  ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल सिंह के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया है। पंजाब सरकार और राज्य पुलिस ने हाईकोर्ट...

चेन्‍नई के एमए चिदंबरम स्‍टेडियम में आज भारत और ऑस्‍ट्रेलिया के बीच खेला जाएगा तीसरा व अंतिम वनडे मैच

नई दिल्ली। भारत और ऑस्‍ट्रेलिया के बीच आज तीसरा व अंतिम वनडे चेन्‍नई के एमए चिदंबरम स्‍टेडियम में खेला जाएगा। भारतीय समयानुसार इस मैच का...

आज से हिंदू नववर्ष के साथ शुरु हुआ चैत्र नवरात्रि का पावन पर्व, घरों से लेकर मंदिरों तक में की जा रही मां शैलपुत्री...

देहरादून। आज से नौ दिनों तक चलने वाले चैत्र नवरात्रि के पावन पर्व की शुरुआत हो गई है, चैत्र नवरात्रि हिंदू धर्म में मनाया जाने...

सूखने की कगार पर पहुंच चुके वर्षों पुराने जल स्त्रोतों को वैज्ञानिकों ने कर दिया पुनर्जीवित, तीन साल का प्रयास लाया रंग

देहरादून। प्रदेश के लगातार सूखते जा रहे प्राकृतिक जल स्रोतों के लिए वैज्ञानिकों ने एक उम्मीद की किरण जगा दी है। टिहरी के तीन गांवों...