Tuesday, May 30, 2023
Home ब्लॉग चीन से ही दक्षिण एशिया में अलग थलग!

चीन से ही दक्षिण एशिया में अलग थलग!

हरिशंकर व्यास
भारत की विदेश नीति शांतिपूर्ण सहअस्तित्व की रही है। परंतु क्या आज कहा जा सकता है कि भारत अपने पड़ोस में शांति और सहअस्तित्व के साथ रह रहा है? असल में भारत अपने पड़ोस में यानी दक्षिण एशिया में भी अलग थलग पड़ा है और ऐसा भारत की विदेश नीति की गड़बडिय़ों के कारण नहीं है। इसके दूसरे कारण हैं। एक कारण यह है कि भारत आबादी और आकार में बड़ा होने के बावजूद अपनी ऐसी वैश्विक आर्थिक, कूटनीतिक या सामरिक ताकत नहीं बना सका, जिससे पड़ोसी देश डर के साथ सम्मान करें। दूसरा कारण है कि चीन भारत को अलग थलग करना चाहता है, और वह इसमें सफल है। चीन ने ऐसी आर्थिक व सामरिक कूटनीति की है कि उसने दक्षिण एशिया के ज्यादातर देशों को अपनी कॉलोनी बना डाला है। वे उसके असर में हैं और भारत की परवाह नहीं करते हैं।

इसे सिर्फ दो हालिया उदाहरणों से समझे। दोनों उदाहरण चीन से जुड़े हैं। श्रीलंका में आर्थिक और बड़ा राजनीतिक संकट आया तो चीन पल्ला झाड़ कर खड़ा रहा, जबकि श्रीलंका की तबाही में उसका बड़ा हाथ है। उसने श्रीलंका की मदद नहीं की। श्रीलंका की मदद भारत ने की। भारत ने उसे तेल भेजा और अनाज सहित तमाम दूसरी जरूरत की चीजें भेजीं, जिसे श्रीलंका ने सार्वजनिक रूप से लिया। इसके बावजूद श्रीलंका ने भारत की परवाह नहीं करते हुए चीन के जासूसी जहाज को अपने बंदरगाह पर ठहरने की इजाजत दी। यह घटना पिछले महीने की है। भारत ने विरोध किया। इस पर श्रीलंका ने चीन से जहाज रोकने को भी कहा पर जब चीन अड़ा रहा तो श्रीलंका ने 16 से 22 अगस्त तक जहाज को बंदरगाह पर रूकने दिया। इस जहाज का मकसद भारत के परमाणु और अन्य सामरिक संस्थाओं की जासूसी का बताते है।

दूसरी खबर 16 सितंबर की है। श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे ने बंदरगाह मामले का जिक्र किया। कहा कि यह दुर्भाग्य है कि श्रीलंका को पंचिंग बैग बनाया जा रहा है यानी दोनों तरफ से उस पर हमले हो रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हिंद महासागर में बड़ी ताकतों की प्रतिद्वंद्विता में वह पार्टी नहीं बनना चाहता है। उन्होंने कहा कि श्रीलंका नहीं चाहता है कि प्रशांत महासागर का विवाद हिंद महासागर में पहुंचे। वह किसी भी सैन्य गतिविधि का हिस्सा नहीं बनेगा। श्रीलंका का इशारा भारत की ओर है। भारत की तमाम मदद के बावजूद उसने साफ कहा है कि अगर भारत और चीन के बीच किसी किस्म का टकराव होता है तो वह किसी तरह से इसका हिस्सा नहीं बनेगा। सोचें, भौगोलिक सीमा के साथ साथ श्रीलंका के साथ भारत का सांस्कृतिक और नस्ली रिश्ता भी है और ऊपर से भारत ने हमेशा उसकी मदद की है, इसके बावजूद उसने भारत के साथ खड़े होने से इनकार किया है।

यह स्थिति सिर्फ श्रीलंका की नहीं है। नेपाल के साथ अलग भारत के संबंध बिगड़े हैं। चीन का वहां ऐसा दबदबा बना है कि नेपाल सिर्फ तटस्थ नहीं है, बल्कि वहा भारत विरोधी हो गया है। नेपाल में भारत विरोध इतना बढ़ गया है कि पिछले दिनों लिपूलेख और कालापानी में भारत के सडक़ और पुल बनाने का नेपाल ने भारी विरोध किया और कहा कि यह उसका इलाका है। उसके सैनिक आए दिन सीमा पार भारतीयों पर कार्रवाई कर रहे हैं। भारतीय वस्तुओं का नेपाल में बहिष्कार हो रहा है और अब अग्निपथ योजना से भी नेपाल ने अपने लोगों को अलग कर दिया है। बुद्ध की सॉफ्ट डिप्लोमेसी का कार्ड भारत के हाथों से छीनने के लिए चीन ने नेपाल के लुम्बिनी यानी बुद्ध के जन्मस्थान पर हजारों करोड़ रुपए का निवेश किया है। इतना ही नहीं यह प्रचार भी किया है कि उन्हें गया में ज्ञान प्राप्त नहीं हुआ था, बल्कि जन्म के साथ ही बुद्ध को ज्ञान प्राप्त था।

पाकिस्तान पहले से भारत का दुश्मन देश है। उसने ऐलान किया हुआ है कि चीन उसका ऑल वेदर फ्रेंड है। चीन ने दोनों तरह से पाकिस्तान को अपने नियंत्रण में लिया हुआ है। उसने उसकी मदद की है और वन बेल्ट, वन रोड योजना उसके इलाके में शुरू की है तो साथ ही कर्ज देकर भी उसको अपने जाल में फंसाया है। चीन और पाकिस्तान की दोस्ती ऐसी है कि पाकिस्तान की सरजमीं से भारत के खिलाफ आतंकवादी गतिविधियां चला रहे आतंकियों को भारत संयुक्त राष्ट्र संघ में अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी घोषित नहीं करा पा रहा है। दुनिया के सभ्य और लोकतांत्रिक देशों की मदद से भारत जब भी इस तरह के प्रस्ताव संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में लाता है तो चीन उसे रूकवा देता है। अफगानिस्तान में तालिबान के शासन के साथ भी चीन के जैसे संबंध हैं वैसे पाकिस्तान के भी नहीं हैं। तालिबान के कट्टरपंथियों को भी चीन से कोई शिकायत नहीं है। यहां तक कि उइगर मुसलमानों पर होने वाले जुल्म को भी तालिबान ने स्वीकार किया है।

उधर म्यांमार के सैन्य शासन को चीन का समर्थन है तो भूटान के साथ भी उसने सीमा को लेकर ऐसा समझौता किया है, जिससे भारत को आने वाले दिनों में बड़ी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। ध्यान रहे भूटान के कई हिस्सों पर चीन दावा करता है और वो ऐसे हिस्से हैं, जहां तक पहुंचने के लिए अरुणाचल प्रदेश से होकर जाना होगा। इस तरह चीन भूटान के बहाने भारत की जमीन पर दावा कर रहा है। बांग्लादेश भी

RELATED ARTICLES

मोदी की नौ उपलब्धियां

हरिशंकर व्यास उफ, वक्त ! पल-पल स्यापा, फिर भी गुजर गए नौ वर्ष। पता नहीं नौ वर्षों में 140 करोड़ लोगों में कितनों के दिन...

कायम रहे संसद की मर्यादा

सुप्रीम कोर्ट ने शुक्रवार को नए संसद भवन का उद्धाटन राष्ट्रपति से कराने की याचिका पर सुनवाई से इनकार कर दिया। साथ ही कोर्ट...

संसद इमारत उद्घाटन का कैसा होगा इतिहास?

अजीत द्विवेदी देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी कांग्रेस सहित 19 पार्टियों ने संसद भवन की नई इमारत के उद्घाटन का बहिष्कार करने का फैसला...

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

बद्री-केदार यात्रा में प्रतिदिन यात्रियों की संख्या के साथ ही वाहनों की संख्या में भी हो रहा इजाफा, घंटों लग रहा जाम

रुद्रप्रयाग। केदारनाथ यात्रा में घंटों जाम लग रहा है। इससे निजात पाने के लिए जिला प्रशासन ने शासन को ऋषिकेश से सीमित संख्या में ही...

व्हाट्सएप पर कमाल का फीचर, अब वीडियो कॉलिंग के दौरान यूजर्स कर सकेंगे स्क्रीन शेयर

नई दिल्ली। आजकल के जमाने में स्टैंट मैसेजिंग ऐप व्हाट्सएप हर जगह संपर्क का आसान जरिया बन चुका है। यूजर्स के एक्सपीरियंस को बेहतर बनाने...

ओला ने शुरू की नई सर्विस, अब राइड कैंसिल नहीं कर सकेंगे कैब ड्राइवर

नई दिल्ली। ओला इलेक्ट्रिक ने नई सर्विस शुरू की है, ओला के सीईओ भाविश अग्रवाल ने सोशल मीडिया पर प्राइम प्लस सर्विस का ऐलान किया।...

अक्षय कुमार की ओह माय गॉड 2 अब ओटीटी की जगह सिनेमाघरों में देगी दस्तक

अक्षय कुमार की 2012 में आई फिल्म ओह माय गॉड को लोगों ने काफी पसंद किया था और यह बॉक्स ऑफिस पर सुपरहिट साबित...

जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे के पास सड़क हादसे में 10 लोगों की मौत, 59 घायल

जम्मू। जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे पर झज्जर कोटली के पास बड़ा सड़क हादसा हुआ है। यहां एक बस पुल से नीच गिर गई। इस हादसे में...

केदारनाथ धाम में श्रद्धालुओं की बढ़ती भीड़ को देखते हुए 3 जून तक नए पंजीकरण पर लगी रोक

देहरादून। केदारनाथ धाम में तीर्थयात्रियों की बढ़ती भीड़ को देखते हुए सरकार ने 03 जून तक नए पंजीकरण पर रोक लगा दी है। ऑफलाइन और...

अंतरिक्ष में एक और बड़ी कामयाबी, इसरो ने लॉन्च किया नैविगेशन सैटेलाइट एनवीएस-01

श्रीहरिकोटा। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के नाम एक और उपलब्धि दर्ज हो गई है। संगठन ने आज यानी सोमवार 29 मई को आंध्र प्रदेश...

बाथरूम-किचन के नलों से पानी के दाग हटाने के लिए अपनाएं ये 5 टिप्स

घर के साथ-साथ बाथरूम और किचन की सफाई करना भी जरूरी होता है। खासतौर पर वहां लगे नलों की सफाई जरूरी है। ऐसा नहीं...

उत्तरकाशी के पुरोला नगर क्षेत्र में यूपी के दो लड़कों ने नाबालिग को भगाया, स्थानीय लोगों में उभरा गुस्सा, ढोल नगाड़ों के साथ निकाला...

उत्तरकाशी। पुरोला नगर क्षेत्र में शुक्रवार को यूपी के दो युवकों के नाबालिग लड़की को भगाने के मामले ने तूल पकड़ लिया है। नगर क्षेत्र...

आईपीएल 2023 – फाइनल में चेन्नई सुपर किंग्स ने गुजरात टाइटंस को पांच विकेट से हराया, पांचवी बार बने चैंपियन

नई दिल्ली। आईपीएल 2023 के फाइनल में चेन्नई सुपर किंग्स ने गुजरात टाइटंस को हरा दिया है। यह मैच रविवार को ही खेला जाना था।...