Friday, September 22, 2023
Home ब्लॉग मोदी के स्वर्ण काल में भूख, कतई नहीं!

मोदी के स्वर्ण काल में भूख, कतई नहीं!

हरिशंकर व्यास

पिछले दिनों दुनिया की दो जानी मानी संस्थाओं की ओर से तैयार किया जाने वाला ग्लोबल हंगर इंडेक्स जारी हुआ। मतलब देशों में भूख का वैश्विक सूचंकाक। इसमें भारत छह स्थान और गिर कर 107वें स्थान पर पहुंच गया है। वह पिछले साल 101वें स्थान पर था। उससे पहले के साल 94वें स्थान पर था। यानी मुफ्त अनाज बांटने की योजना जैसे जैसे आगे बढ़ी है वैसे वैसे भारत में भूख और कुपोषण बढ़ता गया है। कुछ समय पहले ही भारत ‘गरीबी की राजधानी’ बना। भारत ने नाइजीरिया को हटा कर उसकी जगह ली। अब भारत कुपोषण की राजधानी भी घोषित है। दुनिया में सबसे ज्यादा कुपोषित लोग खास कर बच्चे भारत में रहते हैं। जिन बच्चों की लंबाई उम्र के मुताबिक नहीं है या लंबाई के अनुपात में वजन कम है, ऐसे बच्चों में दुनिया के 19 फीसदी से ज्यादा भारत में हैं। दुनिया के भूखे लोगों में से 24 फीसदी का घर भारत है। यानी दुनिया का हर चौथा भूखा व्यक्ति भारतीय है। भूखे लोगों की संख्या और उनकी स्थिति के मामले में पाकिस्तान, नेपाल, श्रीलंका, बांग्लादेश आदि सारे देश भारत से अब बेहतर स्थिति में हैं। सबकी रैंकिंग भारत से अच्छी है। मगर जिस दिन से यह रिपोर्ट आई है भारत सरकार इसे खारिज करने में लगी है। हकीकत मानने, उसमें सुधार करने की बजाय भारत सरकार हकीकत बताने वाले के पीछे पड़ी हई है।

बेरोजगारी के आंकड़े खुद संघ के दत्तात्रेय होसबाले ने बताए। उन्होंने कहा था कि भारत में चार करोड़ लोग बेरोजगार हैं। बेरोजगारी की क्लासिकल परिभाषा के मुताबिक ऐसे लोग,जो अपनी काबलियत और क्षमता के मुताबिक काम नहीं पा रहे है। ऐसे लोगों की संख्या चार से साढ़े चार करोड़ बताई जा रही है। लेकिन इससे वास्तविक तस्वीर जाहिर नहीं होती है क्योंकि करोड़ों नौजवानों में कोई योग्यता नहीं है। उन्होंने पढ़ाई नहीं की है और न उनको पास कोई तकनीकी डिग्री है। दूसरे, आठवीं पास लोगों के लिए जो नौकरियां हैं उनमें भी बीए, एमए पास लोग लाईन में हैं और नौकरी ले रहे हैं।

इसलिए बेरोजगारी की स्थिति का पता हो ही नहीं सकता है। जमीन पर बेरोजगारी कितनी भयावह है इसका कुछ अंदाजा पिछले दिनों लोगों को तब लगा, जब उत्तर प्रदेश में प्रारंभिक पात्रता परीक्षा यानी पीईटी का आयोजन हुआ। करीब साढ़े 37 लाख लोगों ने इसके लिए आवेदन किया था। परीक्षा के दिन पूरे राज्य के रेलवे स्टेशनों पर जैसी भीड़ और भगदड़ थी वह अभूतपूर्व थी। नौजवान ट्रेनों में आगे पीछे और अगल बगल लटक कर परीक्षा देने पहुंचे। इसके बावजूद लाखों बच्चे समय पर परीक्षा केंद्र तक नहीं पहुंच सके। सोचें, प्रधानमंत्री अगले साल दिसंबर तक 10 लाख नौकरी देने की बात कर रहे हैं और एक ही राज्य में साढ़े 37 लाख लोग नौकरी के लिए जान दांव पर लगा रहे हैं!

RELATED ARTICLES

आयुष्मान भारत से आयुष्मान भव:

डॉ. मनसुख मांडविया प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत ने 2018 में आयुष्मान भारत योजना की शुरुआत की थी। इस योजना की शुरुआत राष्ट्रीय...

कांग्रेस ने आरक्षण का दांव चला

कांग्रेस पार्टी ने हैदराबाद की कार्य समिति की बैठक में आरक्षण का दांव चला है। सोनिया गांधी ने महिला आरक्षण लागू करने की मांग...

रहस्य और रोमांच से भरा संसद सत्र

ऐसा लगता है कि नरेंद्र मोदी की सरकार को रहस्य और रोमांच बहुत पसंद है। तभी सरकार अपने फैसले को, अपने एजेंडे को आखिरी...

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

महिला किसान/महिला दैनिक मजदूरो के पलायन से संबंधित संगोष्ठी कार्यक्रम में मंत्री गणेश जोशी ने किया प्रतिभाग

कोदा झिंगोरा उगाएंगे, उत्तराखंड को आत्म निर्भर बनाएंगे- गणेश जोशी रुद्रपुर/पंतनगर। प्रदेश के कृषि एवं ग्राम्य विकास मंत्री गणेश जोशी ने गुरुवार को रतन सिंह...

अनुपमा की बहू किंजल रियल लाइफ में है बेहद बोल्ड, रेड गाउन पहन कराया ग्लैमरस फोटोशूट

टीवी के सबसे पसंदीदा शो अनुपमा में बड़ी बहू का किरदार निभाने वाली किंजल यानी निधि शाह ना सिर्फ अपनी एक्टिंग बल्कि अपने बोल्ड...

अतिक्रमण कर बनाये गए धार्मिक स्थलों को हटाने के लिये कोई पृथक शासनादेश नहीं

उत्तराखंड की सरकारी सम्पत्तियों को अतिक्रमण मुक्त कराने व रखने के लिये विस्तृत नीति लागू शासनादेश सं0 124569 के अनुसार अतिक्रमण के लिये होंगे प्रभारी...

संसद का विशेष सत्र- सोनिया गांधी ने दिया ‘नारी शक्ति वंदन अधिनियम 2023 को समर्थन

बोलीं- ये राजीव जी का सपना था नई दिल्ली। संसद के विशेष सत्र में तीसरे दिन महिला आरक्षण बिल यानी नारी शक्ति वंदन अधिनियम 2023 पर...

बीड़ी बनी हत्या की वजह, चाकू से किया ताबड़तोड़ वार, चार नाबालिग गिरफ्तार

नई दिल्ली। बीड़ी होने से मना करने पर 18 साल के लड़के पर चाकू से ताबड़तोड़ वार कर दिए। गंभीर हालत में अरुण (18) को...

लोहा फैक्टरी में धमाका होने से गंभीर रूप से झुलसे 15 श्रमिक

रुड़की। नारसन क्षेत्र के मुंडियाकी स्थित लोहा फैक्टरी में धमाका होने से 15 श्रमिक गंभीर घायल रूप से झुलस गए। श्रमिकों को उत्तर प्रदेश के...

बच्चों के लिए ही नहीं महिलाओं के लिए भी बहुत जरूरी है दूध, रोजाना पीने से मिलते हैं ये 5 फायदे

दूध पोषक तत्वों का भंडार है, इसके पीने से सेहत को कई तरह से लाभ मिलते हैं। हेल्थ एक्सपर्ट्स बताते हैं कि दूध बच्चों...

नीट पीजी तृतीय चरण की काउंसलिंग के पंजीकरण का बढ़ा समय, अब इस तारीख तक कर सकेंगे दाखिले

देहरादून। प्रदेश में एमडी, एमएस, एमडीएस की सीटों पर दाखिले की नीट पीजी तृतीय चरण की काउंसलिंग के पंजीकरण का समय चार दिन बढ़ गया...

भारतीय तेज गेंदबाज सिराज का मियां मैजिक, आईसीसी रैंकिंग में दुनिया में नंबर 1 पर हुए काबिज

नई दिल्ली। एशिया कप फाइनल में श्रीलंका की पारी को नेस्तनाबूद करने में अहम भूमिका निभाने वाले मोहम्मद सिराज एक बार फिर से दुनिया के...

विदाई की ओर बढ़ रहे मानसून ने इस वर्ष उत्तराखंड को दिए गहरे घाव

निजी और सार्वजनिक संपत्ति को पहुंची भारी क्षति  देहरादून। मानसून में अतिवृष्टि के चलते भूस्खलन, भूधंसाव, बाढ़ जैसी आपदाओं से पहुंची क्षति से उबरने के मद्देनजर राज्य...