Thursday, March 23, 2023
Home उत्तराखंड घास काटने की मशीन से महिलाओं के जीवन में आया नया सवेरा,...

घास काटने की मशीन से महिलाओं के जीवन में आया नया सवेरा, सरकार से मिल रही सब्सिडी का उठाया फायदा

देहरादून। असौज या आश्विन तथा कार्तिक मास पहाड़ की महिलाओं के कंधों पर भारी बोझ लेकर आता रहा है। असौज में घास काटने में सुबह से शाम तक महिलाएं पालतू मवेशियों के लिए सालभर की घास काटती हैं। घास काटने के बाद सुखाकर उसके लूट्टे लगाए जाते हैं। करीब दो माह तक महिलाएं व बेटियां धूप में घास काटती हैं तो इससे उनको अत्यधिक श्रम करना होता है। मगर अबकी बार विकास खंड स्तर पर घास काटने वाली मशीनों ने मानो महिलाओं के जीवन को आसान बना दिया तो काम का बोझ भी एक तिहाई हो गया है। यह बोझ कम हुआ घास काटने की मशीन से।

चंपावत जिले के लोहाघाट ब्लॉक अंतर्गत ग्राम पंचायत गंगनौला की प्रधान कमला जोशी व पूर्व प्रधान ललित मोहन जोशी के प्रयासों ने ग्राम पंचायत के तोक गांव चनोड़ा, गल्लागांव, रुपदे, अनुसूचित बस्ती बचकड़िया, गंगनौला की महिलाओं के जीवन में नया सवेरा आ गया।

पूर्व प्रधान ललित को पता चला कि ब्लॉक के माध्यम से समूहों को 90 प्रतिशत सब्सिडी में घास काटने की मशीन मिल रही है। जुलाई माह में उन्होंने उन पुरुषों के नाम से दो समुह बनाये, जो भूमिधर किसान हैं। इसके बाद समूहों के माध्यम से घास काटने की मशीन खरीदी गई। सब्सिडी के बाद घास काटने की मशीन के लिए प्रति चार हजार तो ट्रेक्टर के लिए 15 या 19 हजार जमा कराए गए। मशीन मिलने के बाद घास कटाई शुरू हुई तो महिलाओं के काम का बोझ 25 प्रतिशत से भी कम रह गया। हाथ से चलाने वाली मशीन को पुरुष चलाने लगे तो एक दिन में 20 महिलाओं के बराबर घास कटने लगी। अब तक ग्राम पंचायत में 40 मशीनें क्रय हो चुकी हैं तो 5 ट्रेक्टर आ गए हैं।

एक लीटर पेट्रोल से 20 महिलाओं की बराबरी
घास काटने की मशीन एक लीटर पेट्रोल की कटाई से एक दिन में 200 से अधिक तक घास की गठिया बन जाती हैं। जो 20 महिलाओं के बराबर श्रम है। गांव की लक्ष्मी जोशी, अनिता, भैरवी राय, कविता जोशी, उर्मिला आदि महिलाओं का कहना था कि इस मशीन ने उनके काम का बोझ बेहद कम हो गया है। पुरुष ही घास काटते हैं, उन्हें सिर्फ समेटना पड़ता है। जिन घरों में मशीन चलाने के लिए पुरूष नहीं हैं, आपसी सहभागिता से घास काटी जा रही है। पहले तक असौज माह हमारे लिए बेहद कष्टकारी होता था। अब घास के साथ खेत जुताई के लिए बैल पालने की जरूरत नहीं है। इससे बंजर खेतों को भी आबाद करने का अवसर मिल गया है। चनोड़ा के योगेश जोशी कहते हैं, पहले घास काटने में घर की महिलाओं को एक माह तक व्यस्त रहता पड़ता था, लेकिन अब उनका काम सीमित हो गया। जो पुरुष पहले कभी घास के खेतों तक नहीं जाते थे, अब मशीन लेकर घास काटकर महिलाओं के काम को कर रहे हैं। गंगनौला के साथ ही पास के गांव भूमलाई, ईड़ाकोट, कोयाटी में भी घास काटने की मशीन ने कामकाजी महिलाओं के जीवन में बड़ा सकारात्मक बदलाव आया है।

RELATED ARTICLES

नवरात्रि के अवसर पर प्रदेश की 824 बहनों को मिली स्वास्थ्य कार्यकर्ता के रूप में नियुक्ति

मुख्यमंत्री ने मुख्य सेवक सदन में प्रदान किये 187 नियुक्ति पत्र । स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की नियुक्ति से सुदूर गांवों तक पहुंचेगी बेहतर स्वास्थ्य सुविधा। देहरादून। नवसंवत्सर और...

राशन विक्रेताओं के लाभांश भुगतान के लिए 35 करोड़ के सापेक्ष 9 करोड़ 35 लाख की धनराशि हुई अवमुक्त

धामी सरकार का वादा, बातें कम काम ज्यादा-रेखा आर्या देहरादून। 01 जनवरी 2023 से भारत सरकार द्वारा NFSA के अन्तर्गत अंत्योदय और प्राथमिक परिवार योजना का...

चैत्र नवरात्रि के पहले दिन तय हुई गंगोत्री धाम के कपाट खुलने की तिथि, जानिए किस दिन खुलेंगे धाम के कपाट

देहरादून। चैत्र नवरात्रि के पहले दिन गंगोत्री धाम के कपाट खुलने की तिथि तय हुई। श्रद्धालुओं के लिए 22 अप्रैल को गंगोत्री धाम के कपाट...

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here

- Advertisment -

Most Popular

नवरात्रि के अवसर पर प्रदेश की 824 बहनों को मिली स्वास्थ्य कार्यकर्ता के रूप में नियुक्ति

मुख्यमंत्री ने मुख्य सेवक सदन में प्रदान किये 187 नियुक्ति पत्र । स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की नियुक्ति से सुदूर गांवों तक पहुंचेगी बेहतर स्वास्थ्य सुविधा। देहरादून। नवसंवत्सर और...

राशन विक्रेताओं के लाभांश भुगतान के लिए 35 करोड़ के सापेक्ष 9 करोड़ 35 लाख की धनराशि हुई अवमुक्त

धामी सरकार का वादा, बातें कम काम ज्यादा-रेखा आर्या देहरादून। 01 जनवरी 2023 से भारत सरकार द्वारा NFSA के अन्तर्गत अंत्योदय और प्राथमिक परिवार योजना का...

चैत्र नवरात्रि के पहले दिन तय हुई गंगोत्री धाम के कपाट खुलने की तिथि, जानिए किस दिन खुलेंगे धाम के कपाट

देहरादून। चैत्र नवरात्रि के पहले दिन गंगोत्री धाम के कपाट खुलने की तिथि तय हुई। श्रद्धालुओं के लिए 22 अप्रैल को गंगोत्री धाम के कपाट...

सलमान खान के रोमांटिक सॉन्ग “जी रहे थे हम” का टीजर रिलीज, पूजा हेगड़े संग दिखी जबरदस्त कैमिस्ट्री

मैं हूं हीरो तेरा के बाद बॉलीवुड सुपरस्टार सलमान खान ने किसी का भाई किसी की जान से अमाल मलिक की जी रहे थे...

यदि आप भी पतंजलि हरिद्वार में उपचार करवाने के लिए ऑनलाइन बुकिंग करवा रहे हैं तो जरुर जान ले यह सही नंबर, नहीं तो...

हरिद्वार। यदि आप भी पतंजलि हरिद्वार में उपचार करवाने के लिए ऑनलाइन बुकिंग करवा रहे हैं तो अधिकृत वेबसाइट और सही नंबरों की जानकारी जरूर...

गर्मियों में अपनी त्वचा का इस तरह से रखें ध्यान, चेहरे पर आएगी चमक

चिलचिलाती गर्मी त्वचा को प्रभावित कर सकती है। इससे टैनिंग, ड्राई पैच, ओवरएक्टिव सिबेसियस ग्लैंड्स, सनबर्न, पिगमेंटेशन, ब्लेमिश और मुंहासें जैसी समस्याएं हो सकती...

खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी

चंडीगढ़।  ‘वारिस पंजाब दे’ के प्रमुख अमृतपाल सिंह के खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी किया गया है। पंजाब सरकार और राज्य पुलिस ने हाईकोर्ट...

चेन्‍नई के एमए चिदंबरम स्‍टेडियम में आज भारत और ऑस्‍ट्रेलिया के बीच खेला जाएगा तीसरा व अंतिम वनडे मैच

नई दिल्ली। भारत और ऑस्‍ट्रेलिया के बीच आज तीसरा व अंतिम वनडे चेन्‍नई के एमए चिदंबरम स्‍टेडियम में खेला जाएगा। भारतीय समयानुसार इस मैच का...

आज से हिंदू नववर्ष के साथ शुरु हुआ चैत्र नवरात्रि का पावन पर्व, घरों से लेकर मंदिरों तक में की जा रही मां शैलपुत्री...

देहरादून। आज से नौ दिनों तक चलने वाले चैत्र नवरात्रि के पावन पर्व की शुरुआत हो गई है, चैत्र नवरात्रि हिंदू धर्म में मनाया जाने...

सूखने की कगार पर पहुंच चुके वर्षों पुराने जल स्त्रोतों को वैज्ञानिकों ने कर दिया पुनर्जीवित, तीन साल का प्रयास लाया रंग

देहरादून। प्रदेश के लगातार सूखते जा रहे प्राकृतिक जल स्रोतों के लिए वैज्ञानिकों ने एक उम्मीद की किरण जगा दी है। टिहरी के तीन गांवों...