Breaking News
उत्तराखण्ड पुलिस ने साइबर अपराधियों की चाल से निपटने के लिए पाँच राज्यों से मांगे सुझाव
उत्तराखण्ड पुलिस ने साइबर अपराधियों की चाल से निपटने के लिए पाँच राज्यों से मांगे सुझाव
आपदा से जुड़े कार्यों के जमीनी स्तर पर नियमित निरीक्षण करें अधिकारी- सीएस
आपदा से जुड़े कार्यों के जमीनी स्तर पर नियमित निरीक्षण करें अधिकारी- सीएस
उत्तराखण्ड में 28 जनवरी से होंगे 38वें राष्ट्रीय खेल
उत्तराखण्ड में 28 जनवरी से होंगे 38वें राष्ट्रीय खेल
भारत और बांग्लादेश के बीच टी 20 सीरीज का दूसरा मुकाबला आज 
भारत और बांग्लादेश के बीच टी 20 सीरीज का दूसरा मुकाबला आज 
तीन नवंबर को भैयादूज के शुभ अवसर पर बंद होंगे केदारनाथ धाम के कपाट 
तीन नवंबर को भैयादूज के शुभ अवसर पर बंद होंगे केदारनाथ धाम के कपाट 
आलिया भट्ट की ‘जिगरा’ का टाइटल ट्रैक आउट, वेदांग रैना ने अपनी आवाज से जीता फैंस का दिल
आलिया भट्ट की ‘जिगरा’ का टाइटल ट्रैक आउट, वेदांग रैना ने अपनी आवाज से जीता फैंस का दिल
मसूरी में चाय के बर्तन में थूकने के बाद पर्यटन युवक को परोसी चाय, क्षेत्र में तनाव की स्थिति  
मसूरी में चाय के बर्तन में थूकने के बाद पर्यटन युवक को परोसी चाय, क्षेत्र में तनाव की स्थिति  
रेहड़ी-ठेली संचालक व फेरीवालों को निशुल्क मिलेगा फूड लाइसेंस
रेहड़ी-ठेली संचालक व फेरीवालों को निशुल्क मिलेगा फूड लाइसेंस
अपने चेहरे के आकार के मुताबिक करें अपना मेकअप, दिखेंगी सबसे सुंदर और आकर्षक
अपने चेहरे के आकार के मुताबिक करें अपना मेकअप, दिखेंगी सबसे सुंदर और आकर्षक

द्वितीय केदार मद्महेश्वर धाम को किया जाएगा विकसित 

द्वितीय केदार मद्महेश्वर धाम को किया जाएगा विकसित 

श्रद्धालुओं की संख्या में होगी वृद्धि, रोजगार के नए अवसर खुलेंगे

जोशीमठ। पंचकेदारों में से द्वितीय केदार मद्महेश्वर धाम को विकसित किया जाएगा। इसके साथ केदारनाथ धाम के अंतिम मोटर पड़ाव गौरीकुंड स्थित मां गौरी के मंदिर का सौंदर्यीकरण भी किया जाएगा। शासन के धर्मस्व व संस्कृति विभाग के अनु सचिव रमेश सिंह रावत द्वारा इस संबंध में संस्कृति विभाग के निदेशक को अलग-अलग आदेश जारी किये गए हैं। आदेशों में मुख्यमंत्री की घोषणा के क्रम में मद्महेश्वर धाम के विकास और गौरीकुंड स्थित मां गौरी मंदिर के सौंदर्यीकरण के लिए कार्यदायी संस्था से विस्तृत परियोजना आख्या (डीपीआर) तैयार करने के निर्देश जारी किए गए हैं।

आदेश में लोक निर्माण विभाग को कार्यदायी संस्था नामित करते हुए श्री बदरीनाथ – केदारनाथ मंदिर समिति (बीकेटीसी) से समन्वय स्थापित करते हुए डीपीआर तैयार करने को कहा गया है। उधर, बीकेटीसी अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने मद्महेश्वर धाम के विकास और मां गौरी मंदिर के सौंदर्यीकरण की योजना को स्वीकृति देने के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि मद्महेश्वर धाम के विकास की योजना से वहां श्रद्धालुओं व तीर्थयात्रियों की संख्या में वृद्धि होगी। इससे क्षेत्रीय लोगों के लिए रोजगार के नए अवसर खुलेंगे।

उल्लेखनीय है कि 3,497 मीटर की ऊंचाई पर स्थित मद्महेश्वर धाम रुद्रप्रयाग जनपद के ऊखीमठ विकास खंड में स्थित है। मद्महेश्वर पहुंचने के लिए श्रद्वालुओं को करीब 14 किमी की पैदल दूरी तय करनी पड़ती है। पंच केदारों में से द्वितीय केदार के रूप में मद्महेश्वर धाम की मान्यता है। यहां भगवन शिव के नाभि रूप की पूजा होती है। मंदिर का प्रबंधन बीकेटीसी देखती है। इसी प्रकार मां गौरी का मंदिर केदारनाथ धाम के अंतिम मोटर स्टेशन गौरीकुंड में स्थित है। केदारनाथ धाम की यात्रा पर जाने वाले श्रद्वालु मां गौरी के दर्शनों के बाद अपनी यात्रा पर निकलते हैं। इसका प्रबंधन भी बीकेटीसी के पास है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top