हरिद्वार
*आईजी प्रशिक्षण ने ट्रेनीज हेड कॉन्स्टेबल्स को पढ़ाया चरित्र निर्माण का पाठ*
वर्तमान समय मे सशस्त्र प्रशिक्षण केंद्र हरिद्वार में 04 माह के पदोन्नति प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतर्गत 13 जनपदों, अभिसूचना मुख्यालय एवं पुलिस मुख्यालय से कुल 214 प्रशिक्षु हेड कॉन्स्टेबल पदोन्नति प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। प्रशिक्षणार्थियों को 04 माह की प्रशिक्षण अवधि के दौरान पुलिस प्रशिक्षण, शस्त्र प्रशिक्षण, फील्ड क्राफ्ट, शारीरिक दक्षता, भारतीय दंड विधान, दण्ड प्रक्रिया संहिता, भारतीय साक्ष्य अधिनियम, केंद्रीय एवं विविध अधिनियम एवं पुलिस प्रशासन विषयों के प्रशिक्षण साथ-साथ विभिन्न विषयों पर व्याख्यान के लिए राष्ट्रीय/राज्य स्तरीय विद्वान अतिथि वक्ताओं को भी संस्थान द्वारा आमंत्रित किये जाने का कार्यक्रम है।
इसी कार्यक्रम के अंतर्गत आज दिनांक: 25.03.2022 को पुलिस महानिरीक्षक प्रशिक्षण पूरण सिंह रावत अपना व्याख्यान देने हेतु सशस्त्र प्रशिक्षण केंद्र हरिद्वार में पधारे। पुलिस महानिरीक्षक प्रशिक्षण उत्तराखंड के द्वारा *एक आदर्श पुलिस कर्मी कैसा हो और पुलिस सेवा के दौरान आने वाली चुनोतियाँ* विषय पर अपना उपयोगी एवं प्रेरणाप्रद व्याख्यान दिया गया।
व्याख्यान के कार्यक्रम में सर्वप्रथम संस्थान की उपप्रधानाचार्या अरुणा भारती के द्वारा पुलिस महानिरीक्षक महोदय को उनके आगमन पर पुष्प गुच्छ भेंट कर स्वागत किया गया तथा अभी तक प्रशिक्षुओं को दिए जा चुके प्रशिक्षण की प्रगति से अवगत कराया।
पुलिस महानिरीक्षक द्वारा बताया गया कि अब आपका पद एक सामान्य सिपाही से बढ़कर एक नेतृत्व कर्ता का होने जा रहा है तथा पद बढ़ने के साथ साथ जिम्मेदारी में भी वर्द्धि होना प्रकृति का नियम है। इसलिए यह आवश्यक है कि आप जो पद धारण करने जा रहे हैं उसकी गरिमा एवं क्षमता के अनुसार आपको ज्ञान और जानकारी होना आवश्यक है। साथ ही साथ आज के समय की मांग के अनुसार आधुनिक पुलिसिंग की अपनी क्षमताओं को भी प्रशिक्षण के दौरान विकसित करने का प्रयास करें।
पुलिस महानिरीक्षक द्वारा अपने सम्बोधन के दौरान प्रशिक्षुओं को बताया कि किसी कठिन परिस्थिति में सैकड़ो लोगों की भीड़ मौजूद हो लेकिन वो अपने बीच मौजूद एक-दो पुलिस कर्मियों से ही सुरक्षा, सहायता, हिम्मत का भाव महसूस करती है क्योंकि जनता को लगता है कि एक पुलिस वाला कठिन से कठिन परिस्थिति में भी उनकी सुरक्षा करने में सक्षम है। इसलिए आवश्यक है कि आप सभी अपनी पुलिस ट्रेनिंग को लगन, निष्ठा और मेहनत के साथ पूर्ण करें ताकि ड्यूटी के दौरान जनाकांक्षाओं पर खरे उतरे सकें।
साथ ही साथ अपना व्यवहार जनता के प्रति मित्रवत, निष्पक्ष, ईमानदार और न्यायप्रिय बनाने का प्रयास करें। आपके इस व्यवहार और छवि से लोग आप पर विश्वास करेंगे और अपराध नियंत्रण में आपको सहयोग करेंगे। लोगों का विश्वास जितने के लिये आवश्यक है कि आप समाज में अपनी आत्मानुशासित और आदर्श चरित्र की मिसाल प्रस्तुत करें। यदि आप अपने व्यक्तित्व के अंदर इन सभी गुणों का समावेश करेंगे तो निश्चित ही जनसहयोग से अपने क्षेत्र में शांति तथा कानून व्यवस्था बनाये रखने में सफल सिद्ध होंगे।
अपने इस प्रेरणादायक व्याख्यान के बाद आईजी प्रशिक्षण द्वारा सभी प्रशिक्षुओं से उनकी प्रशिक्षण सम्बंधित तथा व्यक्तिगत समस्याओं के बारे में पूछा गया तो किसी प्रशिक्षु के द्वारा कोई समस्या नही बताई गई।
संस्थान की उप प्रधानाचार्या अरुणा भारती द्वारा पुलिस महानिरीक्षक प्रशिक्षण को उनके सम्बोधन के लिए धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कार्यक्रम का समापन किया गया। उक्त समस्त कार्यक्रम के दौरान संस्थान की उप प्रधानाचार्या अरुणा भारती, पुलिस उपाधीक्षक प्रशिक्षण मोहन लाल, अन्तः कक्ष प्रभारी निरीक्षक संजय चौहान, प्रतिसार निरीक्षक नरेश जखमोला, निरीक्षक भावना कैंथोला, निरीक्षक संदीप नेगी आदि उपस्थित रहे।